कहानी कविता रैना हत्याकांड की जिसने इंदौर को कर दिया दिया था सन्न, टुकड़ों में मिला था शव

Video kavita raina

मध्य प्रदेश का इंदौर शहर साल 2015 में उस समय चर्चा में आया जब यहां एक नृशंस हत्याकांड हुआ। 24 अगस्त 2015 को कविता रैना नाम की महिला अपनी बच्ची को बस स्टॉप पर लेने गई थी पर कविता लौटी ही नहीं। जब कविता की छानबीन की गई तो तीन दिन बाद शहर के एक हिस्से में दो बोरियों में लाश मिली। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर लाश बरामद की और फॉरेंसिक टीम ने सबूत जुटाए।

27 अगस्त 2015 को संजय रैना नाम के शख्स ने महिला की पहचान की और यह कविता रैना ही थी। कविता बस स्टॉप के लिए निकली थी लेकिन उसका शव कई टुकड़ों में बोरियों में मिला था। उसके शरीर पर कई जगह गहरे घाव के निशान थे। फॉरेंसिक टीम के मुताबिक हत्या 36 घंटें के भीतर की गई थी। पति के मुताबिक वह 24 अगस्त को दोपहर डेढ़ बजे के करीब स्कूटी से निकली थी।

कविता का पति संजय दवा कंपनी में कर्मचारी थे और उन्होंने ही पत्नी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। संजय दो दिन तक छानबीन में भटकते रहे थे, तब जाकर उन्होंने शहर के अस्पताल में अपनी पत्नी की शिनाख्त की थी। पुलिस ने विस्तृत जांच के बाद महेश बैरागी शख्स को गिरफ्तार किया। तत्कालीन डीआईजी ने बताया था कि महिला ने महेश बैरागी की पत्नी को सूट सिलने को दिया था, क्योंकि महेश की पत्नी एक बुटीक चलाती थी।

24 अगस्त को कविता जब घर से निकली तो वह बुटीक पर पहुंची थी, जहां से महेश उसे अपने घर ले गया था। महेश ने कविता को बताया था कि उसका सूट घर पर रखा है। पुलिस ने उस वक्त दावा किया था कि महेश उस दौरान कविता पर गंदी नियत रख रहा था। घर पहुंचने के बाद महेश ने महिला के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की, जब महिला ने विरोध किया तो गुस्साए बैरागी ने महिला के सिर पर लोहे की रॉड से वार किया था।

महिला के बेहोश होने के बाद उसने शवों को टुकड़ों में कर एक बोरे में भरा और पुल के नीचे फेंक दिया था। पुलिस को जांच के दौरान कविता की स्कूटी बरामद हुई थी, जिस पर खून के धब्बे और निशान मिले थे। पुलिस ने मामले में बताया था कि महेश बैरागी मनोविकृति का शिकार था। उसे पहले भी कई बार अश्लील फिल्में बनाने के मामले में पकड़ा जा चुका था।

इस पूरे मामले में पुलिस प्रशासन और सरकार ने खूब तेजी दिखाई थी। दर्जनों एंगल पर जांच करने, हजारों कॉल डिटेल और सबूत जुटाने के बाद महेश बैरागी को गिरफ्तार किया गया था। अदालत में पहुंचे इस मामले में पीड़िता के परिवार और पुलिस प्रशासन को तब झटका लगा जब 18 मई 2018 को बहुचर्चित कविता रैना हत्याकांड में गिरफ्तार महेश बैरागी को जिला अदालत ने संदेह का लाभ देते हुए तमाम आरोपों से बरी कर दिया था।

फैसला सुनाते वक्त सेशन कोर्ट ने फैसले में पुलिस की जांच पर भी तल्ख टिप्पणी की। जिसमें कहा गया था कि मामले से जुड़े तथ्य तो कई हैं लेकिन सबूत ठोस नहीं है कि आरोपी को दोषी ठहराया जा सके। वहीं बाद में इंदौर हाई कोर्ट ने सीबीआई जांच की एक जनहित याचिका को भी अस्वीकार कर दिया था। मामले में आरोपी महेश बैरागी के बरी होने के बाद शासन द्वारा हाई कोर्ट में अपील की गई थी जिसे मंजूर कर लिया गया था। फिर कोरोना के कारण यह मामला लंबित रहा।